मैं तेरी यादों में गुजार दूंगा, उम्र तमाम दिल में तेरी सूरत, रहेगी लब पे तेरा नाम।
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा मिले हर कदम पर रज़ा-ए-खुदा फ़ना हो लब्ज़-ए-ग़म यही हैं दुआ बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा ‘’ ईद मुबारक ’’
होंठ 👄 तो मेरे है….पर मुस्कान ☺ तुम्हारी क्यों हे,लब्ज़ 💕 तो मेरे हे….फिर उन पर बातें तुम्हारी क्यों हे ?